हम को मालूम नहीं चाहत के तकाजे लेकिन,
हम ने तेरी बातों के सिवा हर बात भुला रखी है।
बला की प्यास के मारे हैं हम दोनों जमाने में,
तुम्हारे सामने दरिया, हमारे सामने हो तुम।
तेरी हर अदा मोहब्बत सी लगती है,
एक पल की भी जुदाई मुद्दत सी लगती है,
पहले नहीं सोचा था अब सोचने लगे हैं,
जिंदगी में हर पल तेरी जरूरत सी लगती है।
रात जवान हो चली है चलो चलते हैं छत पर,
तुम देखना चाँद को मैं तुम्हे देखूँगा।
कुछ कह रही हैं आपके सीने की धड़कनें,
मेरा नहीं तो दिल का कहा मान जाइये।
Qateel Shifai
ये आलम शौक़ का देखा न जाये,
वो बुत है या ख़ुदा देखा न जाये,
ये किन नज़रों से तुम ने आज देखा,
के तेरा देखना देखा न जाये।
Ahmad Faraz
आदत हो तो बदल लूँ,
इबादत हो गए हो तुम।
तुम मिले तो महसूस ये हुआ मुझे,
ये उम्र मोहब्बत के लिए बहुत कम है।
दिल में बसता नहीं कोई दूसरा,
कुछ यूँ जादू है तेरे इश्क का...।
ऐ काश, कहीं क़ुदरत का ये निजाम हुआ करे,
तुझे देखने के सिवा न मुझे कोई काम हुआ करे।
हमें सीने से लगाकर हमारी सारी कसक दूर कर दो,
हम सिर्फ तुम्हारे हो जाऐ हमें इतना मजबूर कर दो।
इक अदा आपकी दिल चुराने की,
इक अदा आपकी दिल में बस जाने की,
चेहरा आपका चाँद सा और एक
हसरत हमारी उस चाँद को पाने की।
चेहरे पर हँसी छा जाती है,
आँखों में सुरूर आ जाता है,
जब तुम मुझे अपना कहते हो,
मुझे खुद पर गुरुर आ जाता है।
जिसे देखते ही खुमारी लगे,
उसे उम्र सारी हमारी लगे।
ख्वाब कोई भी हो,
हर ख्वाव में तुम ही हो।
तुम जिस रास्ते से चाहो आ जाना,
मेरे चारों तरफ मोहब्बत है।
मेरे हो... तो बस बने रहो..
जताते हो तो गैर से लगते हो।
क्या ऐसा नहीं हो सकता? कि हम प्यार मांगे,
और तुम गले लगा के कहो और कुछ??
तुम्हारे चेहरे पर, ये जो मुस्कान है,
क्या कहें यही तो हमारी जान है।
मेरे लफ्जों में हुई है एक लरज़िश सी कोई,
तेरी खुशबू ने मेरी रूह को छुआ जैसे।
उधर से चाँद तुम देखो...इधर से चाँद हम देखें,
निगाहें यूँ टकरायें कि दिलों की ईद हो जाये।
पेडों की तरह हुस्न की बारिश में नहा लूँ,
बादल की तरह झूम के घिर आओ किसी दिन।
मोहब्बत पनप रही है दिल में तेरे लिए,
जुबाँ से न सही तुम निगाहों से समझ लो।
कौन कहता है मोहब्बत एक बार होती है,
मैं तुझे जितनी बार देखूं मुझे उतनी बार होती है।
तुझे ख्वाब कहूँ, तो टूट जायेगा,
तुझे दिल कहूँ, तो बिखर जायेगा।
आ तेरा नाम ज़िन्दगी रख दूँ,
मौत से पहले तेरा साथ छूट न पायेगा।
मेरी बाँहों में बहकने की सज़ा भी सुन ले,
अब बहुत देर में आज़ाद करूँगा तुझको।
Jaun Elia
इससे ज़्यादा तुझे और कितना करीब लाऊँ मैं,
कि तुझे दिल में रख कर भी मेरा दिल नहीं भरता।
ये दिन रात ये लम्हे मुझे अच्छे से लगते हैं,
तुम्हें सोचूँ तो सारे सिलसिले अच्छे से लगते हैं।
लाखों हसीन हैं इस दुनिया में तेरी तरह,
क्या करें हमें तो तेरी रूह से प्यार है।
तुम्हें सोचा तो हर सोच से खुशबू आई,
तुम्हें लिखा तो हर अल्फ़ाज महकता पाया।
मेरे हाथ महकते रहे तमाम दिन,
जब ख्वाब में तेरे बाल संवारे मैंने।
Sahir Ludhianvi
हर एक पहलू तेरा मेरे दिल में आबाद हो जाये,
तुझे मैं इस क़दर देखूं मुझे तू याद हो जाये।
लबों पर लफ्ज़ भी अब
तेरी तलब लेकर आते हैं,
तेरे जिक्र से महकते हैं
तेरे सजदे में बिखर जाते हैं।
मेरे वजूद में काश तू उतर जाए,
मैं देखूं आइना और तू नजर आये,
तू हो सामने और वक्त ठहर जाए,
और तुझे देखते हुए जिंदगी गुज़र जाए।
भले कितने ही खफा होते हो तुम हमसे,
मगर पास होते हो तो सब अच्छा लगता है,
बाकी सारी कायनात लगती है झूठी सी,
बस एक आपका प्यार ही सच्चा लगता है।
खुशबू की तरह मेरी हर साँस में,
प्यार अपना बसाने का वादा करो,
रंग जितने तुम्हारी मोहब्बत के हैं,
मेरे दिल में सजाने का वादा करो।
इश्क की गहराईयों से खूबसूरत क्या है,
मैं हूँ, तुम हो, और कुछ की जरूरत क्या है।
तड़प रहीं हैं मेरी साँसें तुझे महसूस करने को,
खुशबू की तरह बिखर जाओ तो कुछ बात बने।
तुझसे रु-ब-रु होकर बातें करूँ,
निगाहें मिलाकर वफ़ा के वादे करूँ,
थाम कर तेरा हाथ बैठ जाऊं तेरे सामने,
तेरी हसीन सूरत के नज़ारे करूँ।
महका सा दिन महकती सी रात आए,
तुम कहो तो खुशबू सी कोई बात आए।
अच्छा लगता हैं तेरा नाम मेरे नाम के साथ,
जैसे कोई खूबसूरत जगह हो हसीन शाम के साथ।
तुझसे मिला नहीं हूँ मगर चाहता हूँ मैं,
तू हमसफर हो और कहीं का सफर न हो।
हर बार दिल से ये पैगाम आए,
ज़ुबाँ खोलूं तो तेरा ही नाम आए,
तुम ही क्यूँ भाए दिल को क्या मालूम,
जब नजरों में हसीन तमाम आए।
आप जब तक रहोगे आँखों में नजारा बनकर,
रोज आओगे मेरी दुनिया में उजाला बनकर।