तेरी दोस्ती का रिश्ता प्यारा है इतना,
कि हर कदम पे मुस्कुराते हैं हम।
ये दोस्ती चिराग है इसे जलाए रखना,
ये दोस्ती गुल है इसे खिलाये रखना,
हम रहें न रहें इस जहां में,
बस हमारी याद दिल में बसाए रखना।
चलो आज दौलत की बात करते हैं,
बताओ तुम्हारे दोस्त कितने हैं?
हमारा प्यार कभी न टूटे दुआ करना,
हमारा साथ कभी न छूटे दुआ करना,
बड़ी मुश्किल से मिलता है सच्चा प्यार,
हमारा यार कभी न बिछड़े दुआ करना।
कितनी छोटी सी दुनिया है मेरी,
एक मै हूँ और एक दोस्ती तेरी।
दोस्ती तो एक झोंका है हवा का,
दोस्ती तो एक नाम हैं वफा का,
औरों के लिए चाहे कुछ भी हो दोस्ती ,
हमारे लिए तो हसीन तोहफा है खुदा का।
यूँ लगे दोस्त तेरा मुझ से ख़फ़ा हो जाना,
जिस तरह फूल से ख़ुशबू का जुदा हो जाना।
दोस्ती का शुक्रिया कुछ इस तरह अदा करूँ,
आप भूल भी जाओ तो मैं हर पल याद करूँ,
खुदा ने बस इतना सिखाया हैं मुझे,
कि खुद से पहले आपके लिए दुआ करूँ।
सच्चे दोस्त हमें कभी गिरने नहीं देते,
न किसी कि नजरों मे न किसी के कदमों में।
कौन कहता है कि मुझ में कोई कमाल रखा है,
मुझे तो बस कुछ दोस्तों ने संभाल रक्खा है।
ये किसने कहा यारी बराबरी वालो से होती है,
ये तो अनमोल है इसमे सब बराबर होता है।
महक दोस्ती की प्यार से कम नहीं होती,
इश्क़ से ज़िन्दगी शुरू या खत्म नहीं होती,
अगर साथ हो ज़िन्दगी में अच्छे दोस्तों का,
तो यह ज़िन्दगी भी जन्नत से कम नहीं होती।
वो जो दिल के करीब होते हैं,
वो नमूने बड़े अजीब होते हैं।
सपनो में एक प्यारा दोस्त रोज़ आता है,
साथ गुज़रे हर लम्हे की याद दिलाता है,
दिल करता है ये लम्हा यूँ ही रुका रहे,
पर सुबह होते ही ख्वाब टूट जाता है।
यारी होती है दिल के राज़ बताने के लिए,
हम अपनी हंसी मिटा दें आपको हंसाने के लिए,
मिलने की तो आपको फ़ुर्सत नही,
तो हम ही चले आये अपनी याद दिलाने के लिए।
एक रात रब ने मेरे दिल से पूछा,
तू दोस्ती में इतना क्यूँ खोया है?
दिल बोला दोस्तों ने ही दी हैं सारी खुशियाँ,
वरना प्यार करके तो दिल हमेशा रोया है।
मिलना बिछड़ना सब किस्मत का खेल है,
कभी नफ़रत तो कभी दिलों का मेल है,
बिक जाता है हर रिश्ता इस ज़माने में,
सिर्फ दोस्ती ही यहाँ नॉट फॉर सेल है।
गुफ्तगू करते रहिये थोड़ी-थोड़ी दोस्तों से,
जाले लग जाते है अक्सर बंद मकानों में।
नाजुक सा दिल कभी भूल से ना टूटे,
छोटी छोटी बातों से आप ना रूठे,
थोड़ी सी भी फ़िक्र है अगर आपको हमारी,
तो कोशिश करना की ये दोस्ती कभी ना टूटे।
मैं मौसम नहीं हूँ जो पल में बदल जाऊँ,
मैं इस जमीन से दूर कहीं और निकल जाऊँ,
मैं पुराने जमाने का सिक्का हूँ मुझे फेंक न देना,
मुमकिन है कि बुरे दिनों में मैं ही चल जाऊँ।
दुआ करते है आपको किसी बात का गम ना हो,
आपकी आँखे किसी बात पर कभी नम ना हो,
हर रोज मिले आपको एक नया दोस्त...
पर किसी मे हमारी जगह लेने का दम ना हो।
सुना है ऐसे भी होते हैं लोग दुनिया में,
कि जिन से मिलो तो तन्हाई ख़त्म होती है।
बेशक थोड़ा इंतजार मिला हमको,
पर दुनिया का सबसे हसीं यार मिला हमको,
न रही तमन्ना अब किसी जन्नत की,
तेरी दोस्ती में वो प्यार मिला हमको।
परवाह नहीं अगर ये जमाना खफा रहे,
बस इतनी सी दुआ है कि दोस्त मेहरबां रहे।
वो दोस्त मेरी जिंदगी में बहुत मायने रखते है,
वक्त आने पर सामने जो मेरे आइने रखते है।
ज़िन्दगी हर पल कुछ खास नहीं होती,
फूलों की खुशबू हमेशा पास नहीं होती,
मिलना हमारी तक़दीर में था वरना,
इतनी प्यारी दोस्ती इत्तेफाक नहीं होती।
लोग पूछते हैं इतने ग़म में भी खुश क्यूँ हो,
मैंने कहा दुनिया साथ दे न दे दोस्त तो साथ हैं।
दुनियादारी में हम थोड़े कच्चे हैं,
पर दोस्ती के मामले में सच्चे हैं,
हमारी सच्चाई बस इस बात पर कायम है,
कि हमारे दोस्त हमसे भी अच्छे हैं।
गुनाह करके सजा से डरते है,
ज़हर पी के दवा से डरते है,
दुश्मनो के सितम का खौफ नहीं हमे,
हम दोस्तों के खफा होने से डरते है।
दोस्ती आम है लेकिन ऐ दोस्त,
दोस्त मिलता है बड़ी मुश्किल से।
Hafeez Hoshiyarpuri
कागज़ पर आज दोस्ती लिखने बैठा था,
ज़िन्दगी मे तेरी हिस्सेदारी लिखने बैठा था,
कलम उठी ही नही कागज़ पर चलने को, क्यूंकि
वफ़ा को आज अल्फाज़ में लिखने बैठा था।
मुझे दोस्त कहने वाले जरा दोस्ती निभा दे,
ये तकाजा है हक़ का कोई इल्तिजा नहीं है।
आपकी हँसी हमें बहुत प्यारी लगती है,
आपकी हर खुशी हमें हमारी लगती है,
कभी दूर ना करना खुद से हमें,
आपकी दोस्ती जान से प्यारी लगती है।
जब भी आप दिल से मुस्कुरायोगे,
मुस्कुराहट में मेरी सूरत पाओगे,
हम ना छोड़ेंगे साथ कभी आपका,
जिस तरफ देखोगे, हम को ही पाओगे।
दोस्ती तो बस एक इत्तेफ़ाक़ है,
दोस्ती तो दो दिलों की मुलाक़ात है,
दोस्ती नहीं देखती दिन और रात,
इसमें तो सिर्फ ईमानदारी और जज़्बात है।
आपकी दोस्ती पे नाज़ है हमें,
कल था जितना भरोसा उतना ही आज है हमें,
दोस्त वो नहीं जो ख़ुशी में साथ दे,
दोस्त वही जो हर पल अपनेपन का एहसास दे।
ना तुम दूर जाना ना हम दूर जायेंगे,
अपने-अपने हिस्से की दोस्ती निभाएंगे।
दोस्ती का हक हम यूँ अदा करते हैं,
तेरे नाम पे जान भी फिदा करते हैं,
तुझको फूल भी जख्म न दे पाएं,
खुदा से हर दम यही दुआ करते हैं।
जिसकी शाम अच्छी, उसकी रात अच्छी,
जिसके दोस्त अच्छे, उसकी ज़िंदगी अच्छी।
अपनी ज़िंदगी के कुछ अलग ही उसूल हैं,
दोस्ती की खातिर हमें काँटे भी क़बूल हैं,
हँस कर चल देंगे काँच के टुकड़ों पर भी,
अगर दोस्त कहे यह दोस्ती में बिछाये फूल हैं।
दोस्ती में दोस्त, दोस्त का ख़ुदा होता है,
महसूस तब होता है जब वो जुदा होता है।
जिंदगी नहीं हमें दोस्तों से प्यारी,
दोस्ती पर हाज़िर है जान हमारी,
आँखों में हमारे आंसू हैं तो क्या,
खुद से भी प्यारी है मुस्कान तुम्हारी।
दोस्ती ख़्वाब है और ख़्वाब की ताबीर भी है,
रिश्ता-ए-इश्क़ भी है याद की ज़ंजीर भी है।
दोस्ती हर चेहरे की मुस्कान होती है,
दोस्ती ही सुख-दुःख की पहचान होती है,
कोई रूठ भी जाये तो दिल पे मत लेना,
क्योंकि दोस्ती जरा सी नादान होती है।
काश फिर मिलने की वजह मिल जाए,
साथ जितना भी बिताया वो पल मिल जाए,
चलो अपनी अपनी आँखें बंद कर लें,
क्या पता ख़्वाबों में गुज़रा हुआ कल मिल जाए।
आसमान से उतारी है, तारों से सजाई है,
चांद की चांदनी से नहलाई है,
ऐ दोस्त, संभाल के रखना ये अपनी दोस्ती,
यही तो हमारी जिंदगी भर की कमाई है।
मेरी सल्तनत में देख कर कदम रखना,
मेरी दोस्ती की क़ैद में ज़मानत नहीं होती।
रिश्तों से बड़ी चाहत और क्या होगी,
दोस्ती से बड़ी इबादत और क्या होगी,
जिसे दोस्त मिल सके कोई आप जैसा,
उसे ज़िन्दगी से कोई और शिकायत क्या होगी।